हरिद्वार, श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरी ने अखाड़े की कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि 2021 का महाकुंभ प्रयागराज की तर्ज पर होना चाहिए। कुंभ की भव्यता को लेकर सरकार को कार्य योजनाएं वृहद स्तर से लागू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधूरे निर्माण कार्यो में तेजी लायी जाए। कुंभ मेला क्षेत्र का विस्तार कर अखाड़ों की छावनी लगाने के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया शासन प्रशासन को शुरू करनी चाहिए। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के संत महापुरूषों के सानिध्य व सहयोग से ही हरिद्वार में होने वाला कुंभ मेला भव्य व अलौकिक रूप से सकुशल संपन्न होगा। आशा है कि सरकार संतों को पूरी सुख सुविधाएं महाकुंभ मेले में प्रदान करेगी। श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि हरिद्वार-नजीबाबाद-दिल्ली मार्ग का निर्माण बेहतर तरीके से होना चाहिए। जिससे बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों को कुंभ प्रवेश में किसी भी प्रकार की अड़चने ना आएं। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मांग करते हुए कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र का विस्तार अतिशीघ्र किया जाए। पुलों के निर्माण, बिजली, पानी, पार्किंग स्थल, पौराणिक मंदिरों के सौंन्दर्यकरण कार्य को धर्मनगरी में तेजी से लागू किया जाए। संत समाज 2021 के महाकुंभ के निर्माण कार्यों में सरकार को अपना पूरा सहयोग प्रदान करेगा। श्रीमहंत नारायण गिरी ने प्रयागराज कुंभ मेल की तर्ज पर धर्मनगरी हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ को संपन्न कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में बिजली, पानी व सफाई व्यवस्था को सरकार द्वारा बेहतर तरीके से लागू कराय गया। उन्होंने बताया कि अखाड़े पदाधिकारी जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात कर महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं के संबंध में वार्ता करेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी महाकुंभ में 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है। इसको देखते हुए स्थायी निर्माण, पेयजल, शौचालय की व्यवस्था की जानी आवश्यक है। समय के अभाव को देखते हुए कार्यो को अतिशीघ्र पूरा किया जाना जरूरी है। जिससे श्रद्धालुओं व संतों को किसी प्रकार की असुविधाओं का सामना ना करना पड़े।
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