कर्णप्रयाग, पंचबदरी में प्रमुख आदिबदरी धाम के कपाट 16 दिसंबर पौष संक्रांति पर एक माह को श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाएंगे। इस मौके पर मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन सहित महिला मंगल दलों के धर्म पर आधारित लोकगीत-लोकनृत्य, स्थानीय शिक्षण संस्थाओं के कार्यक्रम व विद्वान आचार्यो के व्याख्यानमाला कार्यक्रम रखे गए हैं
मंदिर समिति अध्यक्ष विजयेश नवानी व मंदिर के पुजारी चक्रधर थपलियाल व मंदिर महासचिव गैणा सिंह ने बताया कि पौराणिक परंपरा के अनुसार एक माह के लिए आदिबदरी धाम के कपाट पौष संक्रांति को बंद होते हैं, जो मकर संक्रांति पर खुलते हैं। कपाट बंद होने पर श्रद्धालु आदिबदरीनाथ जी की पूजा सप्तसिंधु के जल से करने के बाद पीतवस्त्र, किरीट आभूषण को उतार निर्वाण दर्शन कर भोग, पंचज्वाला आरती में भाग लेते हैं, जिसमें क्षेत्र के आदिबदरी, जुलगढ़, भ्लसों व थापली के ग्रामीण श्रद्धाभाव से शामिल होते हैं।