देहरादून, माइक्रोसॉफ्ट एवं इंटेल द्वारा शुरू की गई अनुसंधान एजेन्सी टेक एसील की रिपोर्ट के अनुसार चार साल से पुराना पीसी या लैपटॉप रखने वाले एसएमबी को प्रति डिवाइस 93,500 रु (1279 अमेरिकी डॉलर) खर्च करने पड़ते हैं। इतनी लागत में पुराने हार्डवेयर को बदलकर तीन या अधिक पीसी खरीदे जा सकते हैं। अध्ययन के तहत भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, जापान और दक्षिणी कोरिया में 2156 एसएमबी का सर्वेक्षण किया गया और पुराने हो चुके डिवाइसेज में उत्पादकता की क्षति एवं सुरक्षा जोखिम का मूल्यांकन किया गया। भारत में 51 मिलियन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम हैं, जहां 114 मिलियन से अधिक कर्मचारी काम करते हैं और ये भारत के सकल घरेलु उत्पाद (जीडीपी) में 30 फीसदी से अधिक योगदान देते हैं। ज्मबींपेसम के अनुसार सुरक्षा जोखिम एवं अतिरिक्त लागत के बावजूद 49 फीसदी बड़े एसएमबी और 31 फीसदी छोटे एसएमबी आज भी पुराने पीसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। ‘‘पीसी भारत में ज्यादातर एसएमबी के लिए उत्पादक इंजीनियर की भूमिका निभाते हैं, जहां संगठन अपने रोजमर्रा के कामों के लिए डिवाइसेज पर निर्भर करते हैं। हालांकि भारत में सर्वेक्षण किए गए 10 में से 3 संगठनों में चार साल से पुराने पीसी हैं, जिसके कारण इन्हें रखरखाव पर ज्यादा लागत खर्च करनी पड़ती है। माइक्रोसॉफ्ट देश भर के एसएमबी को सुरक्षित एवं उत्पादक कम्प्युटिंग का अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और उनके कार्यस्थल को आधुनिक बनाने में योगदान दे रही है।