-महाविद्यालय की समस्याओं समेत अन्य मसलों को लेकर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
-कुंवर प्रणव के खिलाफ अएफआईआर दर्ज करने और देवप्रयाग में शराब की फैक्ट्री बंद करने की मांग
रुद्रप्रयाग, 108 कर्मचारियों को नौकरी में पुनः बहाली, रुद्रप्रयाग महाविद्यालय में एमए, बीएससी कक्षाओं के संचालन समेत विभिन्न मांगों को लेकर जन अधिकार मंच ने कलेक्ट्रेट में धरना दिया। इस मौके पर जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा गया।
धरना स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार ने 11 साल बाद 108 आपातकालीन सेवा का टेंडर जीवीके एमआरआई से समाप्त कर नई कंपनी ‘कम्युनिटी एक्शन मोटिवेशन प्रोग्राम’ को दिया है। जहां जीवीके ईएमआरआई कंपनी की ओर से संचालित 108 खुशियों की सवारी के 717 कर्मचारियों की विगत अप्रैल माह में अकारण सेवाएं समाप्त कर दी गई हंै। इससे कर्मचारियों के सामने रोजगार का संकट पैदा हो गया है। सरकार सीधे तौर पर इन कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है। कर्मचारियों ने प्रदेश के लोगों की रात-दिन सेवा की है। अब उन्हें नौकरी से हटाकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है।
जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी, वरिष्ठ सदस्य केपी ढोंडियाल, सामाजिक कार्यकर्ता राय सिंह बिष्ट, मंच के विधि सलाहकार प्यार सिंह नेगी ने कहा कि लंबे समय से महाविद्यालयों के छात्र विभिन्न समस्यायों को लेकर संघर्षरत हैं। इस समय रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ समेत कई महाविद्यालयों में छात्र अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। रुद्रप्रयाग महाविद्यालय के छात्र करीब एक वर्ष से महाविद्यालय की समस्याओं के निराकरण करने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन आज तक एक भी समस्या का निराकरण नहीं हुआ है। छात्र महाविद्यालय में एमए व बीएससी कक्षाओं का संचालन, महाविद्यालय में शौचालय निर्माण, बीए में संस्कृत व भूगोल की स्वीकृति, सफाई कर्मचारी की नियुक्त करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। वर्तमान समय में जिस भूमि पर महाविद्यालय संचालित हो रहा है वह भूमि जिला पंचायत की है। छात्रों की मांग है कि यह भूमि महाविद्यालय के नाम की जाय। इससे महाविद्यालय में व्यवस्थित रुप से कक्षाएं संचालित हो सकेगी। इसी तरह पिथोरागढ़ महाविद्यालय में भी छात्र पुस्तक-शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि किताबों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए एवं प्राध्यापकों के रिक्त पदों को तुरंत भरा जाय। उक्रांद के केंद्रीय प्रवक्ता देवेंद्र चमोली, प्राथमिक शिक्षक संगठन के पूर्व जिलाध्यक्ष मग्नानंद भट्ट, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुबोध नौटियाल ने कहा कि उत्तराखंड को गाली देने वाले विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। ऐसे लोग विधायक पद पर रहने लायक नहीं है। इसकी सदस्यता रद्द होनी चाहिए। उन्होंने देवप्रयाग में शराब की फैक्ट्री खोले जाने पर कहा कि जो पार्टी गंगा के नाम पर राजनीति करती हो, उसी ने गंगा के उदगम स्थल शराब का कारोबार शुरू करवाया है। यह भाजपा का दोहरा चरित्र है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गैरसैण में जमीन पर लगी रोक हटाकर भू-माफिया के लिये रास्ता खोल दिया है। इस मौके पर व्यापार संघ अध्यक्ष कांता नौटियाल, सत्यपाल नेगी, बुद्धिबल्लभ ममगाई, रमेश नौटियाल, केशव नौटियाल, वीरेंद्र बत्र्वाल, कल्पेश्वर नौटियाल समेत अन्य लोग मौजूद थे।