देहरादून, 2 सितम्बर : राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद संयुक्त आंदोलनकारी मंच से जुड़े साथियों ने आज देहरादून स्थित शहीद स्मारक में प्रेस वार्ता का आयोजन किया। वार्ता से पूर्व सभी ने उत्तराखंड संयुक्त संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्री रणजीत सिंह वर्मा को उनकी पुण्यतिथि पर नमन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। वर्मा जी को याद करते हुए मंच के सह संयोजक अम्बुज शर्मा ने कहा कि “मैने महात्मा गांधी को तो नहीं देखा, लेकिन उनके साथ रह कर उस अहसास को महसूस किया जा सकता था।

    इसके बाद प्रैस वार्ता में अपनी बात प्रारंभ करते हुए मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती ने आंदोलनकारी मंच के अपने उन सभी साथियों को बधाई देते हुऐ कहा कि आप लोगों की दृढ़ इच्छा शक्ति से हम लोग 90 दिनों के अनशन के बाद इस मुकाम को हासिल कर पाए। इसके बाद साथ ही उन्होने विधेयक पारित करने वाले सभी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का धन्यवाद करते हुए उन्होंने विशेष तौर पर उप समिति अध्यक्ष सुबोध उनियाल, सदस्य सौरभ बहुगुणा तथा डोईवाला से विधायक बृज भूषण गैरोला का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इन लोगों का आशीर्वाद ही था जिससे हमें ऊर्जा मिलती रही।

मंच के सह संयोजक अम्बुज शर्मा ने सरकार के इस कदम का स्वागत करते कहा कि वह लोग 10 साल पीछे हो चुके हैं इसलिए सरकार की असल परीक्षा इस विधेयक को राजभवन से जल्द से जल्द मंजूरी दिलवाना और भर्ती कैलेंडर जारी होने से पूर्व इस कानून को अमली जामा पहनाना होगी। उन्होंने सरकार पर भरोसा करते हुए कहा उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनकी मनस्थिति की गम्भीरता को समझते हुए शीघ्रता से इस ओर बढ़ेगी।

  आज की वार्ता में प्रमुख रुप से आंदोलनकारी संयुक्त मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती, सह संयोजक अंबुज शर्मा, मुन्नी खंडूड़ी, रेनू नेगी, सुनीता ठाकुर, मोहन सिंह रावत, विनोद असवाल, रामकिशन, सरोजिनी थपलियाल, प्रभात डंडरियाल, जगदीश चंद्र पंत, वीरेंद्र रावत, मनोज कुमार, गणेश शाह, सूर्यकांत बमराडा,पुष्पराज बहुगुणा,विशंभर दत्त बोठियाल,अरुणा थपलियाल, मधु थपलियाल दुर्गा बहादुर छेत्री सुधीर नारायण शर्मा, सुदेश सिंह, सुशील चमोली आदि मौजूद थे।