सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी धरना समाप्त करने पहुँचे शहीद स्मारक
देहरादून, 6 जुलाई: सयुंक्त मंच द्वारा शहीद स्मारक देहरादून में राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में देय 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली को लेकर चल रहा धरना 36 वें दिवस और क्रमिक अनशन 26 वें दिवस भी जारी रहा। आज क्रमिक अनशन में हरबर्टपुर के रामकिशन और कोटद्वार के क्रान्ति कुकरेती बैठे।
देर शाम धरने को समाप्त करने की मंशा से सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान व सीओ सिटी महेंद्र पन्त शहीद स्मारक पहुँचे जहाँ उन्होंने आंदोलनकारियों से वार्ता करी। धरने पर बैठे आंदोलनकारियों ने कहा कि वह सीधे मा0 मुख्यमंत्री से मिल कर अपने मुद्दे को उनके सम्मुख रखना चाहते हैं तो सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि चूंकि यह मामला राजभवन में लंबित है अतः वह लोग एक ज्ञापन माननीय राज्यपाल महोदय के नाम पर बना कर उन्हें (सिटी मजिस्ट्रेट ) सौंप दें साथ ही मामले को समझने के लिए माननीय जी को 15 दिन का समय भी दे कर धरना समाप्त कर दें । अगर वहां कोई सुनवाई नहीं होती तो वह 16 दिन उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से करवा देंगी।
आंदोलनकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट से वार्ता के बाद कहा कि 35 दिनों में पहली बार सरकार का कोई प्रतिनिधि वार्ता के लिए यहाँ आया है इसलिए हम भी उन्हें निराश नहीं करेंगे, अतः कल सयुंक्त मंच द्वारा किया जाने वाला प्रदर्शन का कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया। लेकिन आंदोलनकारीयों ने उनके द्वारा धरने को समाप्त करने की बात यह कर ठुकरा दी कि वह सयुंक्त मंच के तौर पर लगातार 35 दिनों से यहाँ बैठे हैं और आज सरकार चाहती है कि हम लोग राज्यपाल महोदय एक ज्ञापन सौंप घर लौट जाएँ, हमारे उस ज्ञापन पर कोई कार्यवाही होगी भी या नहीं इसका आश्वासन भी कोई नहीं दे सकता तो यह सिवाय मजाक के कुछ नहीं है । जिन लोगों ने उन पर भरोसा व विश्वास रख कर समर्थन दिया है इस बारे में उनसे बातचीत के बाद ही कोई निर्णय लिया जायेगा जिसके लिए सयुंक्त मंच ने कल 07 जुलाई, सुबह 11 बजे शहीद स्मारक में एक आपात बैठक आहूत की है ।
सयुंक्त मंच के सह संयोजक अम्बुज शर्मा ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज से ठीक एक वर्ष पूर्व 14 जुलाई 2021 को भी आंदोलनकारियों ने 10% क्षैतिज आरक्षण के मसले में दिलाराम चौक से विशाल संख्या में एकत्रित होकर राजभवन कूच किया था लगभग 4 घंटे चले उस जबरदस्त प्रदर्शन के अंत में आन्दोलनकारी मंच के जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने इन्हीं सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान के मार्फ़त राज्यपाल महोदय को एक ज्ञापन प्रेषित किया गया था उस पर क्या कार्यवाही हुई जो आज फिर एक और ज्ञापन देकर कर धरना समाप्त करने की बात कही जा रही है, यह हमारे आन्दोलन को तोड़ने की साजिश के अलावा कुछ नज़र नहीं है।
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वहीं आज के धरने में अम्बुज शर्मा, रामनगर के लाखन सिंह, जगदीश रौतेला खटीमा के धर्मेंद्र बिष्ट,चमोली से हरीश पन्त (सभासद )नगर पंचायत थराली, उत्तरकाशी के बालगोविंद डोभाल, पंकज रावत, राम प्रसाद डिमरी,शैलेंद्र राणा, ऋषिकेश के विक्रम भंडारी, उमेश कंडवाल मनोज कुमार हर्बटपुर, देहरादून के प्रभात डंडरियाल, गुरु प्रसाद,प्रेम सिंह नेगी, शेलेंदर सिंह, वीरेन्द्र रावत,अनुराग भट्ट, सूर्यकांत बमराडा आदि बैठे थे।
#10%_क्षैतिज_आरक्षण : तो क्या ज्ञापन से हल होगा ये मुद्दा ? #10% Horizontal Reservation: So will this issue be resolved by the memorandum?