देहरादून ,29 दिसम्बर: आज शहीद स्मारक देहरादून में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सयुंक्त मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों को राजकीय सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण बहाल करने व चिन्हीकरण की प्रक्रिया पूर्ण करने की माँग को लेकर आंदोलन आज चौथे दिवस भी जारी रहा।

आज आंदोलन को समर्थन देने हेतु पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हीरा सिंह बिष्ट पहुँचे। हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री को विज्ञापनबाजी नहीं बल्कि गम्भीरता से काम करना चाहिए और तत्काल सदन का विशेष सत्र आहूत करना चाहियें और राज्य आंदोलनकारियों का क्षैतिज आरक्षण बहाल करना चाहिए।

राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि आंदोलनकारियों की आवाज पर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी रात के बारह बजे भी खड़ी मिलेगी। उनके हर संघर्ष में हम साथ हैं।

अपील

संयुक्त आंदोलनकारी मंच के आह्वान पर राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली और चिन्हीकरण की प्रक्रिया पूर्ण करने की माँग को लेकर हमारे साथी आंदोलनकारी शहीद स्मारक, देहरादून में आंदोलनरत हैं।
दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि सरकारी झूठ से क्षुब्ध होकर हमारी एक साथी सुनीता ठाकुर ने 01जनवरी 2024 को अपना जीवन समाप्त करने की चेतावनी सरकार को दी है। इसलिए आप सबसे निवेदन है कि अंधी–बहरी सरकार को जगाने के लिए 31 दिसंबर रविवार को प्रातः 11 बजे अपने जिला, तहसील मुख्यालय में या किसी भी सार्वजनिक स्थान एकत्रित हो कर शंख, घण्टे, घड़ियाल आदि बजा कर प्रदर्शन करें। जिसकी फ़ोटो विडियो बना कर सोशल मीडिया में वायरल करें।

सँयुक्त मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि उत्तराखंड की एक बेटी ने सरकारी झूठ से त्रस्त होकर 1 जनवरी को अपना जीवन समाप्त करने की चेतावनी दी है, इसलिए प्रदेश भर के आंदोलनकारियों से आग्रह है कि 31 दिसम्बर (रविवाऱ) को अपने जिला अथवा तहसील मुख्यालय में इकत्रित हो कर शंखनाद् ,घण्टे घड़ियाल बजाकर इस अन्धी-बहरी सरकार को जगाने के लिए एकजुट हो जाये।

आज के धरने में बैठने वालों में राम किशन, सुनीता ठाकुर, अंबुज शर्मा , विनोद असवाल, सूर्यकांत शर्मा, बाल गोविंद डोभाल, हरदेव रावत, मुन्नी खंडूरी, प्रभात डंडरियाल,रेखा शर्मा, अभिषेक बिष्ट, राजेन्द्र पन्त, संजय डोभाल, सुरेश कुमार,सुलोचना इष्टवाल, गोविंद अधिकारी, वी पी नौटियाल, रामचन्द्र नौटियाल, कल्पेश्वरी, पुष्पा बहुगुणा, सुरेश नेगी, प्रमिला रावत आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।