देहरादून, 6 अगस्त: उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच ने राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण और, चिन्हीकरण के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की माँग को लेकर जारी अनिश्चितकालीन धरना आज छठे दिन भी जारी रहा।
आज धरनास्थल पर पहुंचे पाबौ, पौड़ी गढ़वाल बिशम्बर दत्त खंकरियाल ने कहा कि अब पानी सर के ऊपर जा चुका है अब हम लोगों को भाजपा के नेताओं का सामाजिक बहिष्कार करना शुरू करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री ही झूठ बोल-बोल कर आंदोलनकारियों को गुमराह कर रहें हो तो उनके कारिंदों की तो बात ही क्या करनी।अपनी व्यथा बताते हुए उन्होंने कहा कि वह और उनके साथी कई बार देहरादून आ कर अपना पैसा खर्च चुके हैं। अबकी बार वह बिना एक्ट के बिल्कुल भी नहीं हटेंगे।
वहीं उत्तरकाशी से आये विजेंद्र जगूड़ी व प्रताप नगर से शिवराज सिंह रावत ने कहा कि जब मुख्यमंत्री अपने मुँह से 10% क्षैतिज आरक्षण देने की बात बोल चुके हैं और उनका सूचना विभाग भी उसे प्रचारित कर रहा है तो उन्हें अपने वादे को हर हाल में पूरा करना चाहिए। वह फ़िलहाल सांकेतिक तौर पर यहाँ पहुंचे हैं, अगर मुख्यमंत्री अपना वादा नहीं निभाते तो वह अपने अपने क्षेत्रों में जाकर उनके झूठ को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य करेंगे।
आज धरने पर बैठने वाले में विपुल नॉटियाल, केशव उनियाल,धर्मा नंद भट्ट, हरिओम ओमी,क्रांति कुकरेती,अंबुज शर्मा, एकादशी देवी, प्रभात डंडरियाल,जबर सिंह पावेल, सुनीता ठाकुर,एडवोकेट अनुराधा मैंदोला,विनोद असवाल, क्रांति अभिषेक बिष्ट,पुष्पा देवी, विजेंद्र सिंह रावत, बिल्लू बाल्मिकी, भुवनेश्वरी,मीनाक्षी नेगी, अनुराग भट्ट,चिंतन सकलानी, मनोरथ ध्यानी आदि थे।