चमोली देेवभूमि खबर । आगामी 21 सितम्बर से 13 अक्टूबर चलने वाले राष्ट्रीय खसरा-रूबेला प्रतिरक्षण अभियान के सफल सम्पादन को लेकर जिलाधिकारी आशीष जोशी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें टीकाकरण अभियान की कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा एवं जानकारी दी गई।
जिलाधिकारी जोशी ने कहा कि टीकाकरण अभियान के दौरान 09 माह से 15 वर्ष तक का कोई भी बच्चा खसरा-रूबेला टीकाकरण से न छूटंे। इसके लिये सभी की जनसहभागिता एवं संबंधित विभागों के सहयोग से शत् प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चत किया जाय। उन्होंने कहा कि सभी को जागरूक होना पडेगा तभी टीकाकरण अभियान को सफल हो सकेगा। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये कि अभियान की बेहतरी के लिये ग्राम सभाओं की खुली बैठकों में मिजिल्स-रूबेला टीकाकरण एजेन्डे को शामिल करते हुए एएनएम, आशा, आंगनवाडी कार्यकत्री के माध्यम से लोगों टीकाकरण के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया जाय। इसके अतिरिक्त उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि टीकाकरण के बारे में जानकारी के लिये पर्याप्त मात्रा में पम्पलेट, बैनर, स्टीगर आदि प्रचार साहित्य के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जाय। उन्होंने कहा कि बच्चों के अभिभावकों को जागरूक करने के लिये सभी स्कूलों में अभिभावक शिक्षक संघ की बैठकें आयोजित की जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सभी स्कूलों से बच्चों की संख्या हेतु उपलब्ध कराये गये फार्म-2 ए संबंधित सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को तीन दिनों के भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। कहा कि सभी ब्लाक मुख्यालयों में वैक्सीनेटर एवं पर्यवेक्षक के माध्यम से एएनएम, आशा, आंगनवाडी कार्यकत्रियों को मिजिल्स’-रूबेला टीकाकरण हेतु समय से प्रशिक्षण दिया जाय।
बैठक में एसएमओ, डब्लूएचओ डॉ अजीत गुप्ता ने मिजिल्स-रूबेला टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में पावर प्रजेन्टेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह टीकाकरण अभियान 11 सितम्बर से 13 अक्टूबर तक (पंाच सप्ताह) तक चलेगा। बताया कि प्रथम सप्ताह में केवल सभी विद्यालयों में 09 माह से 15 साल तक के बच्चों को एएनएम, आशा, आंगवाडी कार्यकत्री, वॉलियन्टर टीम द्वारा बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा। जबकि दूसरे, तीसरे व चौथे सप्ताह के दौरान गांव-गांव, मोहल्लों, तोकों के छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण टीमों द्वारा किया जायेगा। बताया कि अंतिम पांचवें सप्ताह के दौरान सभी छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण किया जाना है। इस अवसर पर मुख्य चिकिसाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र सेमवाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मंयक बडोला, सीएमएस डा.वीके शुक्ला, जिला पंचायत राज अधिकारी बी0एस0 दुग्ताल, शिक्षा, समाज कल्याण, ग्राम्य विकास सहित स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित जिले की सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्साधिकारी व अन्य चिकित्साधिकारी उपस्थित थे।