देहरादून, उत्तराखंड क्रांति दल के नवनियुक्त केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हरीश पाठक ने कांग्रेस और भाजपा पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य के परिपेक्ष्य में पिछले 19 वर्षों से दोनों ही दल नाकाम साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा, चिकित्सा एवं युवाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है। वर्तमान सरकार जहां आयुष्मान भारत जैसी खोखली योजनाओं का ढोल पीट रही है वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में अस्पतालों में चिकित्सकों एवं नर्सों की कमी के चलते स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है।
यूकेडी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में हरीश पाठक ने कहा कि शिक्षा का आलम यह है कि प्रदेश में 3000 सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। राज्य में रोजगार के लिए पर्यटन और संसाधनों की प्रचुर उपलब्धता के बावजूद सरकारें युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में असफल रही है। प्रदेश में जहां-जहां महिलाएं सड़कों पर प्रसव कराने को मजबूर हैं जबकि स्वास्थ्य महकमा मुख्यमंत्री के अधीन है। इससे प्रदेश के मुख्यमंत्री की राज्य के मरीजों के प्रति असंवेदनशीलता का पता चलता है। हरीश पाठक ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। राजधानी में दिनदहाड़े डकैती पड़ रही है और प्रदेश के मुखिया स्वयं को चैकीदार घोषित करने पर तुले है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों ही राष्ट्रीय पार्टीयों के पास मुद्दों का अभाव है इसलिए दोनों ही पार्टी मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए चैकीदार चैकीदार खेल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों की गलत नीतियों के चलते पलायन और तेजी से बढ़ा है। दोनों ही सरकारों ने जनता से ज्यादा माफियाओं के हितों का ख्याल रखा है। जहां भू माफियाओं के हित में अपनी ही पिछली सरकार का बनाया हुआ भूअध्यादेश समाप्त किया जा रहा है वहीं खनन माफियाओं,शिक्षा के कारोबारियों और निजी अस्पताल माफियाओं से सरकारों की सांठगांठ के चलते प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी भयावह स्थिति में पहुंच चुकी है। ग्राम स्तर तक शिक्षा बिजली पानी स्कूल और अस्पताल की सुविधाएं ना मिलने से राज्य की अवधारणा समाप्त होती जा रही है। उक्रांद के संगठनात्मक चुनाव के विषय में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आगामी 24 और 25 अप्रैल को दल की केंद्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक ठेकेदार धर्मशाला मेन रोड कोटद्वार में होगी। जिसमें द्विवार्षिक अधिवेशन के साथ संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने और जल जंगल जमीन से जुड़े प्रदेशवासियों के हक हकुकों लड़ाई लड़ने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार की जाएगी तथा वित्त प्रबंधन के साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर गहन चर्चा की जाएगी। पत्रकार वार्ता में महानगर अध्यक्ष संजय छेत्री, संगठन सचिव सुभाष पुरोहित और वरिष्ठ नेता नेता लताफत हुसैन भी शामिल रहे।