देहरादून, ऑल इंडिया डीएसओ छात्र संगठन की ओर से नई शिक्षा नीति पर एक सम्मेलन का आयोजन किया गया सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि सरकार शिक्षा का निजीकरण करने की तैयारी कर रही है । नई शिक्षा में स्कूल कॉलेजों की फीस कम करके शिक्षा के स्तर में सुधार करना जरूरी हो गया है।
रविवार को हिंदी भवन में आयोजित सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति बना रही है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नीति का 500 पेजों का प्रारूप सुझाव और चर्चा के लिए जनता के समक्ष रखा है। कहां गया कि आजाद भारत में बनी शिक्षा नीतियों ने शिक्षा के निजीकरण और व्यापारी करण के द्वार खुल जाएंगे । संगठन के राष्ट्रीय महासचिव अशोक मिश्रा ने कहा कि शिक्षा नीति में स्कूल कॉलेजों की फीस कम होने के साथ ही शिक्षा के स्तर में सुधार होना जरूरी है।वक्ताओं ने कहा कि आज छात्र संगठन देश भर में नई शिक्षा नीति पर चर्चा और बहस कर रहा है। सम्मेलन में संगठन के उपाध्यक्ष डॉ मुकेश सेमवाल, बीना बेंजवाल, शंकर सिंह भाटिया, अजय रमोला, योगेश भट्ट आदि ने शिक्षा नीति को लेकर अपने विचार रखे इस मौके पर संगठन के प्रवीण भंडारी भी मौजूद रहे।