उत्तर नाट्य मंच देहरादून की ओर से हर महीने के पहले रविवार को गांधी पार्क में आयोजित किए जाने वाले नाटकों की श्रृंखला में 3 जून को जन संवाद समिति ने सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के नाटक गड्ढा की शानदार प्रस्तुति दी।श्री सुरेंद्र सिंह भंडारी और सतीश धौलाखंडी के निर्देशन में प्रस्तुत किए गए इस नाटक में स्वयं श्री धौलाखंडी, त्रिलोचन भट्ट, अभिषेक मेंदोला, सोनिया गैरोला, सुमन काला, कुसुमलता कनौजिया, विनोद बगियाल, हिमांशु चौहान हिरदेश शाही और शैलेंद्र चौहान ने अभिनय करके दर्शकों को बांधे रखा। जयदीप सकलानी अंबुज शर्मा और जयदेव भट्टाचार्य ने इस नाटक की सफलता में विशेष भूमिका निभाई।त्रिलोचन भट्ट द्वारा किए गए समसामयिक संशोधनों के साथ प्रस्तुत किया गया यह नाटक दरअसल व्यवस्था में मौजूद गड्ढों की ओर इशारा करता है और व्यवस्था की पोल खोलता है।कथानक के अनुसार एक व्यक्ति गड्ढे में गिर जाता है। वह गड्ढे से मदद के लिए चिल्ला रहा होता है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी उसे बाहर निकालने के बजाय मंत्री जी के लिए सड़कों पर पैबंद लगा लेते हैं। एक साधु इस गड्ढे को शांत जगह बताकर उपदेश देता है तो पुलिस वाला गड्ढे के अंदर ही चालान पकड़ा देता है। आखिरकार इसी गधे के ऊपर फट्टे लगाकर नेता जी की सभा होती है।सभा के बाद जब व्यक्ति को बाहर निकालने का प्रयास किया जाता है तो वह मर चुका होता है।