देहरादून, शुक्रवार 09 जून, 2023 दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर की ओर से की शाम को ‘हिमालय और उसके लोग’ विषय पर सुपरिचित छायाकार भूमेश भारती का स्लाइड शो आयोजित किया गया। स्लाइड शो का यह कार्यक्रम संस्थान के सभागार में सम्पन्न हुआ। तकरीबन एक घण्टे से अधिक अवधि के इस स्लाइड प्रदर्शन के समय छायाकार भूमेश भारती ने प्रस्तुत विषयवस्तु पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। ‘हिमालय और उसके लोग ‘ थीम के तहत भूमेश भारती ने एक से बढ़कर एक अनूठी तस्वीरें साझा की । भूमेश भारती द्वारा उनके अनुपम छाया चित्रों के संग्रह से चयनित किये गए यह फोटोग्राफ्स अद्वितीय हिमालयी पहाड़ों के दृश्यों को चित्रित करते हैं। एक तरह से इन चित्रों में प्रकृति के दृश्य और प्रकृति के मध्य मनुष्य के पदचिह्न दोनों ही समान रूप में पाए जाते हैं। इन चित्रों में यहां के रहवासियों हिमालयी जन जीवन और उनकी विषम परिस्थितियों का जीवन्त दर्शन मिलता है।

भूमेश भारती ने 1995 से एक पेशेवर फोटोग्राफर के रूप में काम किया है। शुरुआत में उन्होंने देहरादून प्रेस के साथ एक पत्रकार के रूप में काम किया, जहाँ से उन्हें अपने सभी लेखों के लिए फोटोग्राफी करने में रुचि जागृत हुई। यहीं से इस शौक ने उन्हें में एक पूर्णकालिक प्रोफेशनल फोटोग्राफर के रूप में पहचान दिलाई। उन्होंने भारत ज्ञान विज्ञान समिति के दिल्ली मुख्यालय में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के साथ काम किया। इस कार्य अनुबन्ध के माध्यम से उन्होंने भारत भर के कई गाँवों की यात्रा का आनंद लिया। इसकी वजह से ही उनकी सामाजिक जीवन फोटोग्राफी में उनकी विशेष रुचि पैदा हुई।

द टाइम्स ऑफ इंडिया का प्रकाशन “द टाइम्स ऑफ दून ने अपने पहले अंक से ही (जब इसका नाम दून प्लस था) इनके छायाचित्रों काम को नई पहचान दिलाई है। इस प्रकाशन में भारती की हजारों तस्वीरें 20 से अधिक वर्षों से प्रकाशित हुई हैं। उन्होंने हाल ही में भूमेश भारती केंद्र की स्थापना की है। जिसमे वे फ़ोटोग्राफ़ी के लिए – छात्रों और काम करने वाले शौकीनों और पेशेवरों के लिए फ़ोटोग्राफ़ी का एक स्कूल संचालित करते हैं इस स्कूल के माध्यम से वे हाथों-हाथ फ़ोटोग्राफ़ी कौशल सिखाते हैं। वह कलर्ड लीफ़ के प्रमुख भी हैं। वे एक कुशल वीडियो निर्माता, वीडियो और फोटो संपादक, वेब डिजाइनर और ग्राफिक डिजाइनर हैं। स्लाइड शो के बाद सभागार में मौजूद दर्शकों ने उनसे सवाल-जवाब भी किये।

इस अवसर पर कर्नल वी के दुग्गल, पूर्व मुख्य सचिव सुरजीत किशोर दास, कल्याण सिंह रावत, ममता चौहान, एम.एस.रावत, अतुल शर्मा ,विभूति भूषण भट्ट,अम्बुज शर्मा, वाई भट्टाचार्य, सुंदर एस. बिष्ट, सुशीला भंडारी, सलिल दास, विजय शुक्ल व एम हुसैन सहित सामाजिक अध्येता, फ़िल्म व रंगमंच से जुड़े व्यक्ति, पुस्तकालय के युवा पाठक सदस्य व अन्य लोग मौजूद रहे।