हरिद्वार, श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि धर्म सत्ता के बिना राजसत्ता अधूरी है। धर्म के सापेक्ष आचरण करने वाले ही समाज कल्याण में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उक्त उद्गार उन्होंने भारत साधु समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष स्वामी मुक्तानंद महाराज के हरिद्वार प्रवास पर स्वागत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि धर्म के मार्ग पर चलने वालों की संसार में सदा विजय होती है। जो मनुष्य अपने गुरूजनों का सादर सत्कार करते हैं। उनका जीवन सदा सुखमय व्यतीत होता है। क्योंकि गुरू ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप कहलाते हैं। स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि स्वामी मुक्तानंद महाराज को भारत साधु समाज का कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज
ने संत महापुरूषों का गौरव बढ़ाया है। मुझे पूरी आशा है कि पूरे देश में संतों को एकजुट करने में स्वामी मुक्तानंद महाराज अहम भूमिका निभाएंगे। स्वामी मुक्तानंद महाराज ने कहा कि जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद महाराज ने मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी है। मैं उसका निर्वाह सदा संत महापुरूषों की सेवा करके करता रहूंगा। पूरे देश के संतों को एक मंच पर लाने के लिए अहमदाबाद में राष्ट्रीय संत सम्मेलन भारत साधु समाज के बैनर तले।होने जा रहा है। जिसमें देश भर से हजारों संत महापुरूष भारत साधु समाज के इस अधिवेशन में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि भारत साधु समाज सदा संतों के लिए कार्य करता चला आ रहा है। शिवालिकनगर नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि संतों के आशीर्वाद से ही व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार हो जाता है। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को संत समाज का सदैव सानिध्य प्राप्त होता चला आ रहा है। उत्तराखण्ड की सुख समृद्धि व उन्नति को लेकर संत समाज अपनी भूमिका निभाता रहा है। इस अवसर पर श्रीमहंत साधनानंद, स्वामी प्रबोधानंद, डा.अजय मगन, डा.पूजा मगन, अनिल गुंबर, बाल मुकुंदानंद ब्रह्मचारी, आचार्य पवनदत्त मिश्र, पंडित प्रमोद पाण्डे, अनूप भारद्वाज, अंकुश शुक्ला, अनुराग वाजपेयी, अनिल सिंह, रामसिंह आदि मौजूद रहे।