देश की समृद्धि के लिए मोटे अनाज की वापसी जरूरी

डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला (दून विश्वविद्यालय) स्वाद और ऊपरी चमक-दमक की वजह से चलन से बाहर होने की कगार पर खड़े मोटे अनाज की डिमांड पिछले तीन वर्षों में दोगुना बढ़ गई है। परंतु राज्य गठन के 22 वर्ष बाद भी सरकार और विभागीय प्रयास रकबा बढ़ा पाने में नाकाम रहे हैं। मोटे अनाजों को … Continue reading देश की समृद्धि के लिए मोटे अनाज की वापसी जरूरी