जनादेश का मखौल, लोकतंत्र की हार

त्रिवेंद्र सिंह रावत की मुख्यमंत्री पद से विदाई के साथ ही उत्तराखंड के सियासी इतिहास में एक ‘काला अध्याय’ और दर्ज हो चुका है। समय इसका साक्षी बना कि किस तरह प्रचंड जनादेश के बावजूद उत्तराखंड एक बार फिर से सियासी अस्थिरता का शिकार हुआ। इस बार राज्य के सुधी मतदाताओं ने जनादेश का मखौल … Continue reading जनादेश का मखौल, लोकतंत्र की हार