देहरादून :  23 मार्च को एसएफ़आई  ने न्यू इंद्रा मार्किट से घण्टाघर होतें हुए मार्च निकाला।  प्रदेश सचिव हिमांशु चौहान ने  बताया कि  मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के रिप्ड जीन्स पर जी बयान दिया यह उन को महिला विरोधी मानसकिता को दिखाता है हिमांशु चौहान ने बताया कि आज 23 मार्च भगतसिंह ,राजगुरु व सुखदेव का शहीदी दिवस मनाया जाता है और आज यह मार्च उन को याद करते हुए किया जा रहा है उन्होंने बताया कि आज डी ए वी इकाई के द्वारा भी महाविद्यालय में मार्च किया गया। मार्च में सैकड़ों छात्रों ने  प्रदर्शन किया। गांधी पार्क देहरादून में सैकड़ों छात्र इकट्ठा हुए, जो “तीरथ रावत माफ़ी मांगो “, “तीरथ रावत शरम करो”, “तीरथ रावत इस्तिफा दो” के नारे लगाए गए । गांधी पार्क से शुरू हुआ मार्च घंटाघर में समाप्त हुआ. इस कार्यक्रम में छात्राओं  कीबड़ी संख्या में  भागीदारी रही ।

प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेथा ने बताया कि कि मुख्यमंत्री को खुद पर शर्म आनी चाहिए क्योंकि उनका काम जन मुद्दों पर बात करना है और बेरोजगारी, पानी, सड़क के मुद्दों को हल करना और महिलाओं के साथ ऐसे विचारों को रखना उन की महिला विरोधी सोच को साफ तौर पर दिखता है।

इस अवसर पर एथलेटिक ज्योत्सना रावत ने  बोलते हुए कहा कि, उत्तराखंड में महिलाएं सभी प्रकार के अभियानों में सबसे आगे रही हैं। उनकी रिप्ड जींस की टिप्पणी शर्मनाक है, निंदनीय है और सार्वजनिक रूप से महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए। ज्योत्सना ने कहा कि किसी भी निकाय को लोगों की पोशाक के बारे में कोई अधिकार नहीं है, चाहे वह राज्य का एक आम आदमी या मुख्यमंत्री हो।इस अवसर पर डी ए वी महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष लेखराज , पूर्व सहसचिव पूनम आर्य, जम्मू एन्ड कश्मीर छात्र संगठन के नासिर,अमन कण्डरी,मनोज कुँवर, सुप्रिया भंडारी, श्रिया, सुमन, मिनी,अतुल कांत सत्यम,मोनिका, ईशिता, नैना सैकड़ो की सख्या में लोग मौजूद रहे।

 

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