कारपोरेट की गोद में बैठी भाजपा का लोकतंत्र और संविधान को उधेड़ने का खेल

हिंडेनबर्ग के हिस्ट्रीशीटर और उसके शरीके जुर्मों के लिए ओबीसी के कवच और ढाल की तलाश मोदी की भाजपा के न्यू इंडिया में सिर्फ नैरेटिव ही नहीं बदला ; बल्कि वर्तनी, मायने और मुहावरे भी बदल दिए गए हैं। राष्ट्रवाद को धूर्तों की आख़िरी शरणस्थली बताने वाली उक्ति अब बदलकर जाति को चोरों की मजबूत … Continue reading कारपोरेट की गोद में बैठी भाजपा का लोकतंत्र और संविधान को उधेड़ने का खेल